कांग्रेस का असली चेहरा ??

कांग्रेस का असली चेहरा ??

कांग्रेस एक अंग्रेज के द्वारा शुरू की गयी पार्टी है…जिसकी नीव ए ओ ह्यूम ने रखी जो एक अंग्रेज अधिकारी थे

आजादी के पहले से ही कांग्रेस ने राष्ट्रवादियो को कुचलने का काम शुरू कर दिया था जो कांग्रेसी नेताओ की जी हुजूरी करे वो ही कांग्रेस की नज़र में राष्ट्रवादी कहलाता  था…

उस समय सुभाषचंद्र बोस और भगत सिंह जैसे महान लोगो को कांग्रेस ने अपनी देश विरोधी नीतियों का शिकार बनाया…जिनकी राष्ट्रवादी सोच को देश आज भी सलाम करता है कांग्रेस ने उन्हें राष्ट्र विरोधी साबित करने में कोई कसर नही छोड़ी….कांग्रेस का चाल चरित्र यही से समझा जा सकता है…

कांग्रेस की नीतिया हमेसा से राष्ट्र विरोधी रही है अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने देश की अखंडता को दाव पर लगा कर देश के टुकड़े कर दिये और लाखो बेगुनाहों की जान ले ली… उस दर्द को देश आज भी महसूस करता है जब कांग्रेस के नेता चुप चाप तमाशा देख रहे थे…और धर्म के आधार पर देश के टुकड़े हो गए….

आजादी के बाद भारत की जनता ने देश के लिए सुन्दर स्वप्न सजाये थे जिन्हें पूर्ण करने की जवाबदेही कांग्रेस ने उठाई….पर सत्ता सँभालने के कुछ दिन बाद से ही कांग्रेस ने अपना रंग दिखना शुरू कर दिए…कांग्रेस की नीतियों को देख कर तो ऐसा ही लगता था जैसे अंग्रेजो ने सत्ता ‘मैकाले” के मानस पुत्रों अर्थात काले अंग्रेजोंको सौप दी हो जिसमे सरकार बदली ,झंडा बदला पर नीतिया एवं राज विदेशी रह गया….

आज़ादी के बाद अवसरवाद और चापलुसी में डूबे कांग्रेस के नेता सत्ता के माया जाल में देश को भूल ही गए….उनकी गलत नीतियों का ही परिणाम था की चीन ने भारत के साथ युद्ध छेड़ दिया.. और देश संकट में पड़ गया… 

इमरजेंसी देश के ऊपर सबसे बड़ा कलंक

परिवारवाद में डूबी कांग्रेस सत्ता के नशे में इतनी चूर हो चुकी थी की उसने भारत के संविधान को भी नकार दिया .. जिस आज़ादी के लिए लाखो स्वतंत्रता सैनानियों ने अपनी जाने दी थी उस आज़ादी को ही छीन लिया…

इमरजेंसी देश के इतिहास का ना भूले जाने वाला कलंक है जिसमे विपक्ष की आवाज़ को कुचल दिया गया बोलने की आज़ादी को ख़त्म कर दिया गया..पुरे देश में मायूसी छा गयी और इमरजेंसी की अड़ में लाखो गुनाह किये गए…जिसमे लोगो की आवाज़ दबाने से मुसलमानों की नसबंदी भी सामिल है…और आज फिर उन्ही मुसलमानों को गुमराह कर उनकी हितैषी बन बैठी है कांग्रेस…

कांग्रेस ने देश में भ्रष्टाचार , धार्मिक भेदभाव , जातिवाद और गरीबी का भयानक दानव पैदा किया

अम्बेडकर जी के बनाये समाज सुधारक आरक्षण को कांग्रेस ने अपने फायदे के लिए इस्तमाल किया..और आरक्षण के नाम पे छोटी बड़ी जातियों में घर्षण पैदा करने का काम किया जिससे समाज और बटा…जातिगत हिंसाये बड़ी..और समाज के बिच दूरियां बढ़ाने का काम कांग्रेस का ही किया धरा है….

कांग्रेस की नीतियां हमेशा से फुट डालो और राज करो की ही रही है…सिख विरोधी दंगे भी उन्ही नीतियों का परिणाम है..जब हजारो मासूम सिख भाईयो की निर्मम हत्या कर दी गयी…औरतो और बच्चो का भी लिहाज नही किया गया और फिर कांग्रेस के नेता का ये बयान “जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती तो हिलती ही है”  असंवेदनशीलता की सारी हदे पार कर देता है…मासूमो की हत्यारी कांग्रेस आज मासूमियत का मुखोटा पहेन कर फिर से लोगो को ठगना चाह रही है

नेहरु के ज़माने से चली आ रही गरीबी हटाने की बाते 1971 आते आते चुनावी नारे का रूप ले चुकी थी और इंदिरा गाँधी “गरीबी” के नाम पे फिर सत्ताधीन हो गयी फिर राजीव गाँधी और अब राहुल गाँधी भी उसी गरीबी की बाते करके चुनाव लड़ते है जिसे उनकी दादी हटाने के वादे के साथ कई बार सत्ता में आई….

भारत में भ्रष्टाचार अंग्रेजो के समय से ही चला रहा है जिसे उन्होंने भारतीय राजाओं फिर  राजनितिक लोगो पर प्रभावी तरीके से इस्तमाल किया अंग्रेज चले गए पर विरासत के रूप में भ्रष्टाचार अपने मानक पुत्रो को सोप गए….

ये वही कांग्रेस है जिसके नेता खुले आम कहते है की “केंद्र से निकले १ रुपए में से जनता तक सिर्फ १५ पैसे पहोचते है”  तो साहब बाकि के ८५ पैसे कहा चले जाते है…??? उस समय तो हर जगह कांग्रेस ही थी..

इनके घोटालो के चर्चे तो जगजाहिर है पर फिर भी ये आज देश के सामने खड़े होकर वोट मांग रहे है… और उन्ही मुद्दों पे मांग रहे है जिन मुद्दों पे इसके पुर्खे माँगा करते थे…

बस यही है कांग्रेस की हकीकत जिसने ७० साल देश को लूटा… बस यही है कांग्रेस जिसने देश को ७० साल आगे बढ़ने से रोके रखा… बस यही है  वो लोग जो चाहते है भारत गरीब रहे…बस यही है वो पार्टी जो चाहती है भारत जाति और धर्म के आधार पर बटा रहे है..बस यही है कांग्रेस 

 भारत माता की जय